उच्चा रक्तचाप या हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी समस्या है जिसमें ह्रदय का प्रेशर सामान्य से अधिक हो जाता है ( ब्लड प्रेशर > 120 / 80 ) | सामान्यतया ये एक जीवन सैली से जुड़ा हुआ रोग है , पर जब य एक बार हो जाता है तो इंसान को जीवन भर दबाइयो का सेवन करना पड़ता है | परन्तु कुछ उपाए ऐसे मौजूद है जिनका प्रयोग करने से इस समस्या को काफी हद कर कण्ट्रोल में लाया जा सकता है और धीरे धीरे इससे निजात भी पाई जा सकती है |
कुछ बेहद आम लक्षण
1 सर का चकराना (dizziness )
2 दिल की धड़कन महसूस होना (palpitations)
3 बैचैनी होना
4 मोटापा
5 तनाव
6 व्यायाम की कमी
विशेष :- हाई बी.पी . आँखों पर , किडनियों पर और दिमाक के लिए बेहद हानिकारक होता है
उपाए
1 लौकी :- लौकी का रस सुबह खाली पेट पिये और इसके बाद कुछ समय तक कुछ खाये पिये नहीं। लौकी का रस उच्च रक्तचाप कम करता है | इसके अतिरिक्त ये ह्रदय को भी स्वस्थ्य रखता है |
2 शहतूत :- शहतूत का जूस सुबह सुबह पीने से ह्रदय का विकार दूर होता है , और बेहतर असर क लिए इसे सुबह शाम लेना चाहिए |
3 प्याज और शहद :- थोड़ी से प्याज के साथ सहद लेने से इस रोग में आराम मिलता है |
4 दाल चीनी :-पीसी हुई दालचीनी की थोड़ी सी मात्रा में गुनगुने पानी में घोलकर पिए
ये रक्तचाप को नियंत्रण में रखने के सटीक उपाए है |
5 मैथी :- रात को सोने से पहले एक गिलास गरम पानी में आधा चम्मच मेथी दाना भिगो कर रखे, सुबह उठ कर पानी पिये और मेथी के दाने चबा कर खाये।
6 लहसून :- ये एक प्रभावशाली उपाय है , इसमें शरीर से अधिक पानी निकलने का गुण होता है (diuretic) और इसके सेवन से उच्च रक्तचाप भी नियंत्रण में रहता है |
7 गाजर :- रोजाना पूरे दिन में एक से तीन ग्लास गाजर के जूस पीयें। गाजर में उच्च मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जैसे बीटा कैरोटीन पाई जाती है | ये उच्च रक्तचाप को नियंत्रण में रखता है |
योग और आसन
1 सुखासन
2 उत्तानासन
3 अधो मुख सवाशन
4 वीरासना
5 सवासन
विषेश :-
इन सब उपायों के साथ सुबह आधा घंटा टहलना बेहद ज़रूरी है , खाने में कम नमक का सेवन करे , अधिक मात्र में सलाद खाए , बजन अधिक है तो उसे नियंत्रण में लाये |
इन सभी सलाहों क साथ डॉक्टर की सलाह को नजरंद्दाज़ न करे |
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